पारद बगलामुखी यन्त्र
माँ बगलामुखी पीत वर्णीय है एवं उनके साथ स्वर्णाकर्षण भैरव चलते है अत: बगलामुखी साधना श्रेष्ठतम रूप से केवल पारद यंत्र पर ही होती है क्योंकि पारद स्वर्ण भक्षण करता है एवं इस प्रकार स्वर्णाकर्षण भैरव की साधना सम्पन्न हुई साथ ही स्वर्ण का रंग पीत वर्णीय है । बगलामुखी साधना के माध्यम से धन की भी विपुल प्राप्ति होती है एवं रूका हुआ धन भी साधक को प्राप्त होता है अगर पारद शुद्ध है तो वह बगलामुखी साधना के द्वारा पीत वर्ण ग्रहण कर लेता है क्योंकि ब्रह्माण्ड से स्वर्ण आकर्षित करने की उसमें क्षमता होती है ।