कृष्ण लीला

लोग समझते हैं मीरा ने भजन गा-गा कर श्रीकृष्ण को पा लिया जबकि मीरा ने श्रीकृष्ण को पाकर फिर भजन गाना शुरू किये।

कला का केन्द्र वासना नहीं आत्मा होना चाहिए तभी वह वास्तविक कला हो सकती है यह क्रियेशन नहीं है, यह तो कंस्ट्रेक्शन है।